धन का अश्लील प्रदर्शन
लंदन: हाल ही में यह समाचार पढ़ने को मिला कि भारत के टाटा ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ की कुल संपत्ति 365 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। यह उसे भारत की सबसे मज़बूत कंपनी तो बनाती ही है, साथ ही साथ उसकी यह संपत्ति पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी से कहीं अधिक है।
रतन टाटा इतना साधारण जीवन जीते हैं कि भारत के सबसे अमीर व्यक्ति की सूची में उनके नाम के बारे में कभी सोचा ही नहीं जाता। इस मामले में मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के बीच ही रस्साकशी चलती रहती है। टाटा ना तो किसी वाद में और ना ही विवाद में।
मुकेश अंबानी की छवि भी एक सादे व्यक्ति की ही थी जो हमेशा सफ़ेद कपड़ों में दिखाई देता है। इससे पहले भी अंबानी दंपत्ति के दो बच्चों का विवाह हुआ मगर किसी की आँखों में चुभा नहीं। अनंत अंबानी की बहन ईशा और भाई आकाश के विवाहों में यदि मुकेश अंबानी ने पानी की तरह पैसा बहाया भी हो, तो भी आम आदमी तक उसकी आँच नहीं पहुंची।
जब भारत में एक महीने तक चुनाव चले तो चुनावों के अंतिम चरण तक पहुंचते-पहुंचते मतदाताओं की रुचि लगभग पूरी तरह से ऊब में बदल चुकी थी। तो भला तीन महीने लंबी चलने वाली शादी की रस्मों में किसी को भी क्या रुचि रहेगी। यहां तो शादी पूरी तरह से बेगाने की है तो भला अब्दुल्ला क्यों दीवाना होगा!
इसे “सदी की शादी” भी कहा जा रहा है। मुकेश अंबानी ने अपने छोटे पुत्र के विवाह को आलीशान बनाने के लिये कोई कसर नहीं रख छोड़ी। भारत का लोअर मिडल क्लास का आम आदमी फ़िल्म नटवरलाल के गीत की तरह सोच रहा होगा – “ये जीना भी कोई जीना है लल्लू!” वैसे अमिताभ बच्चन की एक और फ़िल्म थी ख़ुद्दार, जिसमें वे मुकरी की मूछों को देख कर कहते हैं – “मूंछें हों, तो नत्थुलाल जी जैसी!” चारों ओर लोग सोच रहे हैं – “शादी हो तो अनंत अंबानी जैसी!”
मगर Boldnblast का मानना है कि मुकेश अंबानी को भारत की जनता के सामने मिसाल पेश करनी चाहिये थी। सुनने में आया है (सुबूत तो कहीं से मिल नहीं सकता) कि इस विवाह में मुकेश अंबानी ने लगभग पांच हज़ार करोड़ रुपये ख़र्च कर डाले हैं।
मगर हैरानी की बात यह है कि इतना ख़र्च करने के बावजूद अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ को कोई नुक्सान नहीं हुआ। शेयर बाज़ार की ख़बरों के अनुसार शुक्रवार (विवाह वाले दिन) रिलायंस कंपनी को 1.21 अरब डॉलर का लाभ हुआ है। मगर दिल थामे रखिये अभी तो केवल विवाह तक की रस्में हुई हैं।
भारतीय चुनावों में और उससे पहले विपक्ष हमेशा भारतीय जनता पार्टी सरकार पर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अंबानी और अडानी को लेकर छींटाकशी करता रहा है। मगर हैरान करने वाली स्थिति तो तब बनी जब विवाह में लालू प्रसाद का पूरा परिवार (लालू, रबड़ी, मीसा और तेजस्वी), स्टालिन परिवार, शरद पवार का परिवार, अखिलेश यादव का परिवार, ममता दीदी, उद्धव ठाकरे परिवार, एकनाथ शिंडे, और कांग्रेस के सलमान ख़ुर्शीद, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह, अभिषेक मनु सिंघवी और कांग्रेस समर्थक कपिल सिब्बल भी हाथ बांधे महराजाधिराज मुकेश अंबानी के दरबार में हाथ बांधे खड़े दिखाई दिये।
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी से पहले की तमाम रस्में पंडित चंद्रशेखर शर्मा की उपस्थिति में हुई हैं। ज़ाहिर है कि विवाह भी उनकी देखरेख में ही हुआ होगा। पंडित जी की फ़ेसबुक से पता चलता है कि वे केवल ज्योतिष और विवाह करवाने वाले पुजारी जी नहीं हैं। वे मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं, पर्सनल कोच भी हैं और आध्यात्मिक मार्गदर्शक भी हैं। पंडित चंद्रशेखर शर्मा का रेट-कार्ड ऑनलाइन उपलब्ध है। वे सामग्री समेत विवाह करवाने के ₹25,000/- चार्ज करते हैं। और विवाह के बाद जब लड़ाईयां होने लगती हैं तो शांति पूजा के ₹50,000/- लेते हैं।
इस महा-विवाह में विदेशों से भी बहुत से महारथी शामिल हुए जिनमें टोनी ब्लेयर, शैरी ब्लेयर, बॉरिस जॉन्सन, पहलवान-एक्टर जॉन सीना, किम कार्दशियन और उसकी बहन, देसी कुड़ी प्रियंक चोपड़ा अपने विदेशी पति निक जोनस के साथ शामिल हुई।
हिन्दी सिनेमा के इतने लोग विवाह में सम्मिलित हुए कि उनके नाम लिखना आसान होगा जो नहीं शामिल थे। अक्षय कुमार कोरोना पॉज़िटिव हो जाने के कारण विवाह में नहीं पहुंच पाए। वैसे शाहरुख़ ख़ान, गौरी ख़ान, सलमान ख़ान, अमिताभ बच्चन का पूरा परिवार, ऋतिक रोशन, क्रिकेट जगत से धोनी और बहुत से अन्य क्रिकेटर वहां दिखाई दिये। सुना है कि कुल 25,000 अतिथि थे। मुकेश अंबानी को तो पता भी नहीं चला होगा कि कौन आया और कौन नहीं आया।
1200 से 1500 ईवेन्ट ऑर्गेनाइज़रों ने मिल कर पूरा आयोजन किया। दस हज़ार के करीब सप्पोर्ट स्टाफ़ है यानी कि 40,000 से अधिक लोगों के लिये एक हज़ार से अधिक व्यंजन परोसे गये। जस्टिन बीबर ने आधे घंटे के लिये लेडीज़ संगीत में गीत गाए। जस्टिन बीबर हॉलीवुड का जाना-मान पॉप सिंगर है। वह एक ऐसा गायक है जो फटी हुई जीन्स अपने धारीदार कच्छे पर इतनी नीची बांधता है कि कच्छे की धारियां दिखाई देती हैं। उसने आधा घन्टा गाने के 83 करोड़ रुपये की मोटी फ़ीस चार्ज की।
समस्या यह भी है कि अंबानी ने अपने जीयो मोबाइल नेटवर्क के दामों में एकाएक वृद्धि का एलान कर दिया है। अब 155 रुपये वाले प्लान की कीमत बढ़ने के बाद 189 रुपये की हो गई है। इस प्लान में कुल 2 जीबी डेटा दिया जाता है। जियो के 209 रुपये वाले प्लान की कीमत बढ़ने के बाद 249 रुपये हो गई है। इस प्लान में हर दिन 1 जीबी डेटा मिलता है।
239 रुपये वाले प्लान की कीमत बढ़ने के बाद 299 रुपये हो गई है। 299 रुपये वाले प्लान की कीमत 349 रुपये कर दी गई है। 349 रुपये वाले प्लान की कीमत बढ़ने के बाद 399 रुपये कर दी गई है। वहीं 399 रुपये वाले प्लान की कीमत को बढ़ा कर 449 रुपये कर दिया गया है। इन सभी प्लान की वैलिडिटी 28 दिनों की है।
आपको बुरा लग सकता है कि पुरवाई के संपादक एक तरफ़ तो हज़ार करोड़ की बात कर रहे थे, अब अचानक दो सौ, तीन सौ का रोना ले बैठे है। सच तो यह है मित्रो हमारी पत्रिका सेठों की शादियों का संगीत परोसने वाली नहीं है। हम आम आदमी के साथ खड़े होने वाले लोग हैं।
सोशल मीडिया पर तो यह भी मीम चल रहे हैं कि भारत का आम आदमी जो कि जियो मोबाइल नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा है, अंबानी के बेटे की शादी के ख़र्चे की किस्तें वही अदा कर रहा है। पहले सस्ता नेटवर्क परोस कर अचानक बेटे की शादी के आसपास एकदम दाम 25% से 50% तक बढ़ा देने का और कोई औचित्य तो समझ आता नहीं।
वैसे इन्सान की स्मरण शक्ति बहुत कमज़ोर होती है। जल्दी ही अच्छा-बुरा सब भूल जाता है और आगे बढ़ जाता है। मगर धन का इतना अश्लील प्रदर्शन उसे आने वाले लम्बे समय तक कचोटता रहेगा। हम सब के मन में एक दुआ भी निकलती होगी कि भगवान अमीर चाहे किसी को भी बनाए मगर उसे दिल और सोच रतन टाटा वाली दे!
लेखक लंदन निवासी वरिष्ठ साहित्यकार, कथा यूके के महासचिव और पुरवाई के संपादक हैं.