पोलैंड की अब तक की सबसे बड़ी मिलिट्री परेड
वारसा: बेलारूस से बढ़ते तनाव के बीच पोलैंड में मंगलवार को अब तक की सबसे बड़ी मिलिट्री परेड आयोजित की गई। इसमें पोलैंड और नाटो देशों के करीब 2 हजार सैनिकों ने हिस्सा लिया। परेड में 200 मिलिट्री व्हीकल्स और 100 एयरक्राफ्ट्स को शामिल किया गया। इस दौरान पोलैंड ने शक्ति प्रदर्शन भी किया।
परेड के दौरान अमेरिका में बने अब्राम टैंक्स, HIMARS आर्टिलरी सिस्टम और पैट्रियट मिसाइल सिस्टम नजर आए। इसके अलावा परेड में F-16 फाइटर जेट, दक्षिण कोरियाई FA-50 फाइटर जेट और K9 होवित्जर, अमेरिकी एयरफोर्स के F-35 फाइटर जेट भी शामिल हुए।
सोवियत सेना पर जीत के 102 साल
इस दौरान पोलैंड में बने क्रैब ट्रैक्ड गन होवित्जर और रोसोमक बख्तरबंद ट्रांसपोर्टर भी प्रदर्शित किए गए। ये परेड वारसा की जंग में जीत के 102 साल पूरे होने की खुशी में रखी गई। 1920 में सोवियत की रेड आर्मी को पोलैंड ने हरा दिया था। इस दिन को वहां आर्म्ड फोर्सेज के रूप में मनाया जाता है।
रक्षा मंत्री बोले- जंग के माहौल में सेना को सशक्त करना जरूरी
इससे हम जंग में और सैनिक नहीं गंवाएंगे और देश हमेशा सुरक्षित रहेगा। रक्षा मंत्री ने डिफेंस बजट बढ़ाने पर कहा- आज दुनिया में जंग का माहौल है। इससे दूर रह पाना मुमकिन नहीं है। इसलिए हम अपनी सेना को सशक्त कर रहे हैं। सीमा की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता है। वॉरसॉ से अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, सोवियत संघ से जंग के 100 साल बाद पोलैंड पर फिर से जंग का खतरा मंडरा रहा है।
इससे पहले बेलारूस से तनाव के बीच पोलैंड ने अपनी सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी थी। पोलैंड ने आरोप लगाया था कि बेलारूस ने उसके एयरस्पेस का उल्लंघन किया था। पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविकी ने कहा था कि वैगनर आर्मी के 100 लड़ाके भी पोलैंड के बॉर्डर की तरफ बढ़ रहे हैं। अब स्थित खतरनाक होती जा रही है।