संसद पर हमले के 22 साल बाद एक बार फिर सुरक्षा में

संसद सुरक्षा तोड़ने वाले 6 आरोपी ऑनलाइन मिले, चार गिरफ्तार, दो फरार

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13,दिसम्बर 2023, (अपडेटेड 14,दिसम्बर 2023 12:38 AM IST)

नयी दिल्ली: संसद पर हमले के 22 साल बाद एक बार फिर सुरक्षा में सेंध लगी। दो युवक विजिटर गैलरी से कूदे और पीले रंग का धुआं उड़ाने लगे। सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दोनों लोगों को पहले सांसदों ने पीटा फिर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। अभी तक की जांच में इस सिक्योरिटी ब्रेक के 6 किरदार सामने आए हैं। दो ने सदन में हंगामा किया, दो ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। ये चारों पुलिस की गिरफ्त में हैं।

दो और लोग प्लानिंग में शामिल थे, इनमें से एक ने सभी को अपने घर में रोका था। उसे पुलिस ने पत्नी समेत हिरासत में ले लिया है। एक अभी भी फरार है।

भाजपा सांसद के विजिटर पास से गए थे दोनों

पुलिस की शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि सागर शर्मा यूपी के लखनऊ का रहने वाला है। डी मनोरंजन कर्नाटक के मैसुरु से है। संसद के बाहर पकड़ी गई नीलम हरियाणा के हिसार की है। चौथा आरोपी अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है। सागर शर्मा और डी मनोरंजन लोकसभा में विजिटर गैलरी में बैठे थे। उन्हें भाजपा सांसद प्रताप सिन्हा के कार्यालय से जारी पास पर एंट्री मिली थी।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन सभी की एक-दूसरे से मुलाकात ऑनलाइन हुई थी। सभी ने मिलकर संसद में हंगामे की योजना बनाई। पुलिस का कहना है कि अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि इन सभी को आतंकी समूह ने भड़काया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिस समय सागर और मनोरंजन लोकसभा में हंगामा कर रहे थे, उसी वक्त अमोल और नीलम संसद के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे थे। पकड़ी गई नीलम 42 साल की है और पेशे से टीचर है, साथ ही सिविल सेवा की पढ़ाई कर रही है। 

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मनोरंजन, अमोल और ललित की जानकारी जुटा रही पुलिस

संसद के अंदर हंगामा करने वाला डी मनोरंजन मैसुरु, अमोल लातूर और ललित हरियाणा का रहने वाला है। इन तीनों के बारे में इससे ज्यादा जानकारी अभी बाहर नहीं आई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सभी से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां कर रही है। जांच पूरी होने के बाद ही वह इसकी सूचना सार्वजनिक करेंगे।

संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर आज (बुधवार को) लोकसभा में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब विजिटर्स गैलरी से 2 युवक अचानक नीचे कूद गए। उस समय लोकसभा में बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। युवक सदन की बेंच पर कूदते हुए आगे बढ़ने लगे। इसी बीच उन्होंने जूते से निकालकर कुछ स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने लगा।

पूरे सदन में भगदड़ मच गई। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी। फिर भी 5 लेयर सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में प्रदर्शनकारी घुसे और हंगामा किया।

गुरुग्राम के विक्की के घर रुके थे सभी आरोपी

संसद के अंदर और बाहर प्रदर्शन करने वाले सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल शिंदे दिल्ली जाने से पहले गुरुग्राम में रुके थे। इनके साथ ललित झा भी था। यह लोग गुरुग्राम के सेक्टर 7 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले विक्की के घर रुके थे। विक्की शर्मा मूल रूप से हरियाणा के हिसार का रहने वाला है। यहीं के PG में संसद के बाहर प्रदर्शन करने वाली नीलम पिछले 6 महीने से रह रही थी।

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों की टीम ने विक्की शर्मा और उसकी पत्नी को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये चारों विक्की शर्मा के दोस्त हैं। इसके बाद शक जताया जा रहा है कि संसद भवन के बाहर प्रदर्शन और अंदर धुआं फैलाने की पूरी साजिश यहीं तो नहीं रची गई। जब आरोपी यहीं से दिल्ली गए तो फिर क्या उनके मोबाइल यहीं रखे गए थे। 

सांसद औजला और बेनीवाल ने दिखाया साहस 

भारतीय संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर बुधवार को सदन के अंदर दो लोगों की ओर से फेंके गए कलर बम को अमृतसर के कांग्रेसी सांसद गुरजीत औजला ने उठाकर बाहर फेंका था। सदन में मची अफरा-तफरी के बीच जैसे ही ये कलर बम सांसद औजला के पास आकर गिरा, उन्होंने बिना कोई पल गंवाए उसे उठाकर सदन से बाहर फेंक दिया। इस दौरान कलर बम से निकला पीला स्मॉग सांसद औजला के हाथों पर भी लग गया। 

संसद में कूदे एक युवक को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दबोच लिया। उस युवक को जमकर पीटा। इस घटना के चश्मदीद रहे हनुमान बेनीवाल ने आंखों-देखा हाल जाना मीडिया को बताया। लोकसभा में घुसे युवक की हनुमान बेनीवाल ने पिटाई भी कर दी और बताया कि सभी सांसद घबरा गए थे, कहीं कोई हथियार तो नहीं है। 

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हिसार के PG में रहकर HTET की पढ़ाई कर रही थी नीलम

नीलम हरियाणा के जींद जिले के घसो खुर्द गांव की रहने वाली है। पिछले 6 महीने से हिसार में पेइंग गेस्ट (PG) में रहकर हरियाणा सिविल सर्विस एग्जाम और HTET (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा) की तैयारी कर रही थी। घसो खुर्द गांव और हिसार में उसकी PG के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि नीलम का राजनीति में इंट्रेस्ट था, लेकिन उसके संसद के बाहर प्रदर्शन की बात उनकी समझ से परे है।

नीलम के छोटे भाई राम निवास ने कहा, हमें तो पता ही नहीं था कि वह दिल्ली गई है। वह सोमवार को आई थी, इसके बाद मंगलवार को वापस चली गई। हमें तो यही लगा था कि वह हिसार जा रही है। उसने कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। वह किसान आंदोलन में भी गई थी। परिवार में मेरा बड़ा भाई और माता-पिता हैं। पिता हलवाई हैं जबकि मैं और मेरा भाई दूध का काम करते हैं।

धरना-प्रदर्शन की बात कहकर गया था सागर  

संसद की विजिटर्स गैलरी में कूदने वाले 2 युवकों में से एक सागर शर्मा लखनऊ का रहने वाला है। सागर का परिवार लखनऊ के आलमबाग के रामनगर में किराए के घर में रहता है। पूछताछ के लिए लखनऊ पुलिस उसके घर पहुंची है। सागर की मां रानी शर्मा ने कहा कि बेटा धरना-प्रदर्शन करने की बात कहकर घर से गया था।

सागर की छोटी बहन ने कहा कि भाई चार दिन पहले दिल्ली गया था। ज्यादा कुछ नहीं बताया था। दो महीने पहले बेंगलुरु से लौटा था। पिछले 15 सालों से सागर का परिवार लखनऊ में रह रहा है। पिता रोशनलाल कारपेंटर हैं। वह खुद लखनऊ में ई-रिक्शा चलाता है। सागर की मां ने बताया- बेटा कभी किसी से लड़ाई झगड़ा नहीं करता था। घर में कुल मिलाकर चार लोग रहते हैं। एक बहन, माता-पिता और सागर खुद।

सागर की मां ने कहा, बेटा बहुत सीधा है, पता नहीं कैसे दिल्ली पहुंच गया। हमें बहुत जानकारी नहीं है। उधर, पड़ोसियों ने कहा कि हमें कभी इसकी जानकारी नहीं थी वह इन सब कामों में भी शामिल है। घर के पास ही नाना जगदीश, नानी उमा और मामा प्रदीप रहते हैं।