15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था, उस वक्त सोने की

आजादी के बाद से अब तक 660 गुना बढ़ीं सोने की कीमतें

TEAM
TEAM
23,अगस्त 2023, (अपडेटेड 20,सितम्बर 2023 02:27 AM IST)

नयी दिल्ली: 'सोने में निवेश सबसे सुरक्षित' जैसे तमाम कहावतें आपने कई बार सुनी होंगी। युद्ध की स्थिति हो या लॉकडाउन जैसा माहौल, सोने के दाम पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। आज हम आजादी की 77वीं वर्षगांठ मना चुके हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि 1947 में सोने की कीमत कितनी थी?

1947 में सोने की कीमत

15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था, उस वक्त सोने की कीमत 88.62 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। इसके बाद सोने के दाम में तेजी आई और एक साल बाद 10 ग्राम की कीमत 95.87 रुपये हो गई। फिर सोने के दाम बढ़ने का जो सिलसिला शुरू हुआ, वो आज तक जारी है।

73 रुपये तक गई थी कीमत

हालांकि, आजादी के बाद पहली दफा सोने के दामों में 1953 में सोने की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी, उस वक्त इसके दाम 73.06 रुपये प्रति तोले तक पहुंच गए थे। फिर सोने की चिड़िया में पर लग गये और 1959 में सोने ने सैकड़े को पार किया। उस वक्त 10 ग्राम की कीमत 102.56 रुपये हो गई थी।

अब कितनी है कीमत?

14 अगस्त को सोने के दाम में गिरावट देखने को मिली, लेकिन ये अभी भी 58 हजार के पार है। ऐसे में देखा जाए तो आज सोना 1947 के मुकाबले 660 गुना ज्यादा महंगा है। कुछ वक्त पहले तो सोने के दाम रिकॉर्ड 60 हजार को भी पार कर गए थे। इस कारण सोना खरीदने से भारतीय ग्राहक हिचक रहे हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक 14 अगस्त को 24 कैरेट सोने का दाम 58,874 प्रति तोला रहा, जबकि 22 कैरेट सोने की कीम 53,929 रुपये रही।

1947 में क्या थी चांदी की कीमत?

अब बात चांदी की, तो आजादी के वक्त चांदी 107 रुपये प्रति किलोग्राम थी। मौजूदा वक्त में चांदी 70 हजार रुपये प्रति किलो के पार है। हालांकि 14 अगस्त को इसके दाम में मामूली गिरावट आई, इस वजह से 69,937 रुपये पर इसकी बिक्री हुई।