गाजा के हॉस्पिटल पर गिरा जिहादी का रॉकेट, इजरायली सेना ने वीडियो जारी कर दिया सबूत
तेल अवीव: इजरायली सेना ने वीडियो जारी कर बताया है कि गाजा के हॉस्पिटल में इस्लामिक जिहाद का रॉकेट गिरा, जिससे 500 लोगों की मौत हुई। भारत ने अस्पताल पर हुए हमले के लिए जिम्मेदारी तय किए जाने की मांग की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की दुखद मौत से गहरा सदमा लगा। पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। संघर्ष में नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।"
अल अहली अस्पताल पर हमले में हुई 500 लोगों की मौत
गाजा के अल अहली अस्पताल पर हुए हमले में 500 लोगों की मौत हुई है। इस घटना को लेकर हमास और इजरायल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। हमास का दावा है कि हॉस्पिटल पर इजरायली सेना ने हवाई हमला किया। वहीं, बेंजामिन नेतन्याहू सरकार ने कहा कि हमले में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हॉस्पिटल पर जो रॉकेट गिरा उसमें बहुत बड़ी मात्रा में बिना इस्तेमाल हुआ रॉकेट ईंधन था। इसके चलते तुरंत बड़े इलाके में आग लग गई।
रॉकेट फेल होकर अस्पताल पर गिरा
इजरायली सेना (IDF) ने एक वीडियो जारी किया है। इसके साथ ही IDF ने ट्वीट किया, "आतंकवादी संगठन फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद का एक रॉकेट लॉन्च फेल हो गया था। यह गाजा के अल अहली अस्पताल पर गिरा। रॉकेट लॉन्च किए जाने से पहले और बाद अस्पताल के आसपास के क्षेत्र के फुटेज से इसे समझा जा सकता है। यह फुटेज IAF (इजरायली एयर फोर्स) ने रिकॉर्ड किया है।"
वीडियो में दिखाया गया है कि अस्पताल की पार्किंग में रॉकेट गिरने के बाद इमारत में आग लग गई। इजरायली सेना ने दावा किया कि उनके हथियार (विशेष रूप से रॉकेट) उच्च प्रभाव वाले थे और जिस स्थान पर वे हमला करते थे, वहां गड्ढे बना देते थे। अस्पताल के पास कोई गड्ढा दिखाई नहीं दे रहा है। यहां तक कि इमारत को भी कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा है।