आतंकवाद पर होगा कड़ा प्रहार, गृहमंत्री ने दी एजेंसियों को छूट
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि आतंकवाद निरोधक एजेंसियों को ऐसा कठोर रुख अपनाना होगा कि देश में नए आतंकवादी संगठन नही पनप सके। आतंकवाद निरोधक सम्मेलन (Anti-terror Conference 2023) को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी कहा कि न केवल आतंकवाद, बल्कि आतंकवादियों के पूरे इको-सिस्टम को नष्ट करना होगा।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लिए गए सख्त फैसलों से क्रिप्टोकरेंसी, हवाला, आतंकी वित्तपोषण, संगठित अपराध गिरोह और नार्को-टेरर लिंक से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं. उन्होंने कहा कि अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
NIA तैयार करे सिस्टम
शाह ने कहा, ‘सरकार के कड़े फैसलों से जम्मू-कश्मीर, नक्सल प्रभावित इलाकों और पूर्वोत्तर में हिंसा कम करने में बड़ी सफलता मिली है. पिछले 5 वर्षों में मोदी सरकार ने कई बड़े डेटाबेस तैयार किए हैं, केंद्र और राज्य की सभी एजेंसियों को उनका बहुआयामी उपयोग करना चाहिए, तभी हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सफल होंगे। हमें जांच, अभियोजन, रोकथाम और कार्रवाई के लिए इस डेटाबेस का उपयोग करना है’।
शाह ने कहा, ‘“एनआईए आतंकवाद विरोधी संरचना का गठन करें, आतंकवाद विरोधी एजेंसियों की जांच की संरचना और एसओपी और हेयारकी सभी राज्यों में समान होनी चाहिए। ताकि केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय हो सके. हमें एक साझा प्रशिक्षण मॉड्यूल बनाने की दिशा में काम करना होगा ताकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की पद्धति में एकरूपता लाई जा सके।”
आतंकवाद के इको-सिस्टम को करना होगा समाप्त
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, ‘‘आतंकवाद निरोधक सभी एजेंसियों को ऐसा कठोर रुख अपनाना होगा कि नए आतंकवादी संगठन न पनप सके।’’ शाह ने कहा कि हमें न केवल आतंकवाद से लड़ने की, बल्कि इसके पूरे इको-सिस्टम को समाप्त करने की जरूरत है, और इसके लिए ‘‘हमें संपूर्ण सरकार और टीम इंडिया की भावना के साथ काम करना चाहिए।’’