चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17

चांद पर भारत का कब्ज़ा, होने वाला है चंद्रयान-3 लैंड

TEAM
TEAM
23,अगस्त 2023, (अपडेटेड 23,अगस्त 2023 03:44 AM IST)

बेंगलूरू: भारत का मून मिशन यानी चंद्रयान-3 का लैंडर 23 अगस्त को अपने तय समय पर यानी शाम 6:04 बजे चांद के दक्षिण ध्रुवीय हिस्से पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश करेगा। ISRO ने मिशन की जानकारी देते हुए कहा कि सभी सिस्टम्स को समय-समय पर चेक किया जा रहा है। ये सभी सही तरह से काम कर रहे हैं।

इसरो के अनुसार, अगर चंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफल हो जाता है, तो भारत के लिए यह अंतरिक्ष अन्वेषण में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर साबित होगा। भारतीय अंतरिक्ष संगठन ने यह भी कहा कि यह उपलब्धि भारत के लिए विज्ञान, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और उद्योग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम होगी और अंतरिक्ष अन्वेषण में हमारे देश की प्रगति का प्रतीक होगी।

चंद्रयान-3 के बारे में खास बातें

चंद्रयान-3 इसरो के चंद्रयान-2 के बाद का मिशन है और इसका मकसद चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित एवं सॉफ्ट लैंडिंग को दिखाना, चंद्रमा पर विचरण करना और उस जगह से वैज्ञानिक प्रयोग करना है।

चंद्रयान-2 मिशन 7 सितंबर, 2019 को चंद्रमा पर उतरने की प्रक्रिया के दौरान उस समय असफल हो गया था, जब उसका लैंडर ‘विक्रम’ ब्रेक संबंधी प्रणाली में गड़बड़ी होने के कारण चंद्रमा की सतह से टकरा गया था।

चंद्रयान-3 में तीन भाग हैं: एक लैंडर मॉड्यूल (एलएम), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर. लैंडर में एक निर्धारित मून स्पॉट पर सॉफ्ट लैंडिंग करने और रोवर को तैनात करने की क्षमता है, जो चांद की सतह पर अनुसंधान करेगा।

लैंडिंग के आखिरी 15 मिनट सबसे मुश्किल 

इसरो के वैज्ञानिकों के अनुसार, चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17 मिनट लगेंगे। इस ड्यूरेशन को '15 मिनट्स ऑफ टेरर' यानी 'खौफ के 15 मिनट्स' कहा जा रहा है। अगर चंद्रयान-3 मिशन सफल होता है तो भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडर उतारने वाला पहला देश बन जाएगा।

चंद्रमा पर उतरने से दो घंटे पहले, लैंडर मॉड्यूल की स्थिति और चंद्रमा पर स्थितियों के आधार पर यह तय करेंगे कि उस समय इसे उतारना उचित होगा या नहीं। अगर कोई भी फैक्टर तय पैमाने पर नहीं रहा तो लैंडिंग 27 अगस्त को कराई जाएगी।

चंद्रयान का दूसरा और फाइनल डीबूस्टिंग ऑपरेशन रविवार रात 1 बजकर 50 मिनट पर पूरा हुआ था। इसके बाद लैंडर की चंद्रमा से न्यूनतम दूरी 25 किलोमीटर और अधिकतम दूरी 134 किलोमीटर रह गई है। डीबूस्टिंग में स्पेसक्राफ्ट की स्पीड को धीमा किया जाता है।

LIVE देखें चंद्रयान-3 की लैंडिंग

आप चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग को इसरो के यूट्यूब चैनल, इसके फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल पर लाइव देख सकते हैं। इसके साथ ही आप न्यूज18 इंडिया पर भी इसका लाइव टेलीकास्ट देख सकते हैं। वहीं न्यूज18 हिन्दी वेबसाइट भी आपको इसरो के मून मिशन के बारे में तमाम ताज़ा और रोचक जानकारियां देता रहेगा।

इसरो की वेबसाइट: www.isro.gov.in

इसरो का फेसबुक पेज: Facebook.com/ISRO

इसरो का यूट्यूब चैनल : https://t.ly/NfI-B